घर पर जटामांसी का तेल कैसे बनाएं?
जटामांसी (Spikenard) एक आयुर्वेदिक औषधीय जड़ी-बूटी है जो विशेष रूप से बालों और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी मानी जाती है। इसका तेल तनाव कम करने, नींद में सुधार, बालों को मज़बूत करने और स्किन के लिए लाभकारी माना जाता है।
आवश्यक सामग्री:
- जटामांसी की जड़ें – 50 ग्राम
- कोल्ड-प्रेस्ड नारियल तेल / तिल का तेल / जैतून का तेल – 250 मिलीलीटर
- कांच की बोतल – स्टोर करने के लिए
- कड़ाही या पैन – तेल गर्म करने के लिए
- छन्नी या मलमल का कपड़ा – तेल छानने के लिए
बनाने की विधि:
चरण 1: जड़ों को साफ करें
जटामांसी की जड़ों को पानी से धोकर धूप में सुखा लें।
चरण 2: काटें या कूटें
जड़ों को छोटे टुकड़ों में काट लें या कद्दूकस कर लें।
चरण 3: तेल गरम करें
तेल को धीमी आंच पर हल्का गरम करें और उसमें जटामांसी डालें।
चरण 4: पकाएं
तेल को धीमी आंच पर 45 मिनट तक पकाएं।
चरण 5: ठंडा करें और छानें
तेल को ठंडा कर छान लें।
चरण 6: स्टोर करें
तेल को कांच की बोतल में भरकर ठंडी जगह पर रखें।
उपयोग कैसे करें?
- बालों के लिए: हफ्ते में 2 बार मालिश करें।
- तनाव के लिए: कनपटी पर हल्के से लगाएं।
- त्वचा के लिए: पहले पैच टेस्ट करें।
फायदे:
- बालों की ग्रोथ बढ़ाता है और डैंड्रफ कम करता है।
- तनाव और चिंता को कम करता है।
- अनिद्रा में उपयोगी है।
- त्वचा को शांत करता है और जलन कम करता है।
नोट: यदि आपको कोई एलर्जी हो तो इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से सलाह लें।